अंतर
वो वक़्त बीत गया
जब एक पत्नी
अपने पति को पत्र में लिखा करती थी-
हे मेरे प्राण आधार,
.................................
........................................
आपके चरणों की दासी.
मैं भी नहीं लिखना चाहती-
हे मेरे चरणों के दास,
....................................
.............................................
आपके के प्राणों की प्यासी.
क्योंकि यदि मैंने लिख दिया
ये बात
तो तुममे मुझमे अंतर क्या रह जाएगा.
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