मनुष्य और पशु
मनुष्यों में स्त्री
और
पशुओं में बैल दुखी होता है
जब चाहो बैल के मुँह
पर जाबा लगा जोत दो खेत
ताकि वह चर न सके
गाय बैल जन्म दे
लोग दुखी होते हैं
गाय गाय को जन्म दे
पूजा होती है
लेकिन स्त्री ???
दुधारू गाय की
पूजा सर्वत्र होती है
दुधारू माँ भी
सम्मानित है कहीं-कहीं
गाय बिसुक जाने पर
अगले के उम्मीद में
खिलाया जाता है
लेकिन
स्त्री के सूख जाने पर
उसे बैल की तरह
जोता जाता है.
दुधारू गाय की लताड़ भली
किन्तु दुधारू औरत की....???
मनुष्यों में स्त्री
और
पशुओं में बैल दुखी होता है
जब चाहो बैल के मुँह
पर जाबा लगा जोत दो खेत
ताकि वह चर न सके
गाय बैल जन्म दे
लोग दुखी होते हैं
गाय गाय को जन्म दे
पूजा होती है
लेकिन स्त्री ???
दुधारू गाय की
पूजा सर्वत्र होती है
दुधारू माँ भी
सम्मानित है कहीं-कहीं
गाय बिसुक जाने पर
अगले के उम्मीद में
खिलाया जाता है
लेकिन
स्त्री के सूख जाने पर
उसे बैल की तरह
जोता जाता है.
दुधारू गाय की लताड़ भली
किन्तु दुधारू औरत की....???
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